अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ

भोपाल
अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। तेज रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। साथ ही कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा भी हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटे के दौरान बारासिवनी में 14.3, बालाघाट में 9.8, सिवनी में 6.6, मलाजखंड में 5.6, छिंदवाड़ा में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। सिवनी में ओले भी गिरे।
 
कई जिलों में गिरे ओले
उधर, बैतूल और जबलपुर में सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक वर्षा हुई। इस दौरान बैतूल में ओले भी गिरे। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, अगले 24 घंटे में जबलपुर, शहडोल, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। अनूपपुर, डिंडौरी, पांढुर्ना, सिवनी, मंडला एवं बालाघाट जिले में ओले गिरने भी आशंका है। राजधानी में भी गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमी विदर्भ से लेकर मराठवाड़ा एवं कर्नाटक होते हुए उत्तरी केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जिसके कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से नमी आ रही है। इसके अतिरिक्त बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र प्रति चक्रवात बना हुआ है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से भी काफी नमी आ रही है।

सोमवार को भी वर्षा होने के आसार
मौसम विज्ञान केद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के मुताबिक, इन मौसम प्रणालियों के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में नमी आ रही है। इस वजह से गरज-चमक के साथ रुक-रुककर वर्षा हो रही है। सोमवार को भी जबलपुर, शहडोल के साथ नर्मदापुरम, सागर एवं भोपाल संभाग के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। सिवनी, डिंडौरी, पांढुर्ना, बालाघाट, अनूपपुर और मंडला जिले में ओले भी गिर सकते हैं। मौसम का इस तरह का मिजाज 19 मार्च तक बना रह सकता है। इस दौरान पूवीं मध्य प्रदेश में अधिकतम तापमान में काफी गिरावट होगी, जबकि रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।

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