छत्तीसगढ़ में बिना मेरिट सूची के Aayush ने बुलाए 420 उम्मीदवार, एक दिन में 210 उम्मीदवारों का इंटरव्यू?

रायपुर.

आयुष ने 140 आयुष चिकित्सक (ग्रेजुएट-आयुर्वेद) संविदा पद की भर्ती के लिए बिना मेरिट सूची जारी किए 420 उम्मीदवारों को बुला लिया है. यही कारण है कि अब इस भर्ती प्रक्रिया पर उम्मीदवारों ने सवाल उठाए है और जिम्मेदारों से ये अपील की है कि वो ये जांच करें कि कही ये ‘खेल 420’ का तो नहीं है. लल्लूराम डॉट कॉम को आयुष चिकित्सक के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों ने संपर्क किया.

उन्होंने बताया कि 140 पदों पर आयुष चिकित्सक की भर्ती होनी है. इसके लिए विभाग की तरफ से पात्र 551 उम्मीदवारों में से 420 लोगों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है. ये इंटरव्यू कॉल किस आधार पर किया गया है ये स्पष्ट नहीं है. क्योंकि इस लिस्ट में न तो उम्मीदवारों को मिले नंबरों की जानकारी है और न इस सूची के जारी करने के पहले विभाग ने कोई मेरिट सूची जारी की. अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि बिना मेरिट सूची जारी किए विभाग ने किस आधार पर 420 उम्मीदवारों को इंटरव्यू में बुलाया है. सवाल ये भी है कि आयुष ने इंटरव्यू के लिए कितने बोर्ड बनाए है जो इंटरव्यू लेंगे. क्योंकि विभाग ने 24 और 25 अक्टूबर को 210-210 उम्मीदवारों को सुबह 10 बजे से इंटरव्यू के लिए बुलाया है. इस हिसाब से यदि रात 10 बजे तक भी इंटरव्यू होता है तो 3 मिनट 42 सैकेंड का वक्त इंटरव्यू के लिए मिलेगा. वो भी बिना लंच ब्रेक के. कितने बोर्ड इंटरव्यू लेंगे ये विभाग ने अभी स्पष्ट नहीं किया है. इसलिए एक उम्मीदवार से सवाल-जवाब लेने में कितना वक्त लगेगा ये स्पष्ट नहीं हो रहा है. इस संबंध में आयुष के जिम्मेदार अधिकारी इफ्फत आरा (आईएएस) से संपर्क किया गया और पूछा कि आयुष चिकित्सक भर्ती के लिए 420 उम्मीदवारों का इंटरव्यू कॉल किया गया है, वो भी बिना मेरिट सूची जारी किए. तो उन्होंने कहा मेरिट सूची जारी हुई है, वेबसाइट में मौजूद है. लल्लूराम संवाददाता ने उन्हें बताया कि मेरिट सूची वेबसाइट में मौजूद नहीं है. उन्होंने कहा मैं चेक करती हूं. थोड़ी देर बाद उन्होंने पुनः कॉल कर कहा कि कोई भी विभाग मेरिट सूची जारी नहीं करता है. हमने पीएससी के नियमों को आधार मानकर भर्ती प्रक्रिया अपनाई है. लल्लूराम डॉट कॉम ने उनसे पूछा कि कितने बोर्ड तैयार किए जा रहे है जो इंटरव्यू लेंगे, तो उन्होंने कहा कि 3-4 बोर्ड बनाने की तैयारी है. अब सवाल ये है कि 420 उम्मीदवारों को जो बुलाया गया है वो किस आधार पर बुलाया गया है, 551 पात्र में से जिन 131 लोगों को नहीं बुलाया गया उन्हें ये पता ही नहीं है कि उन्हें क्यों नहीं बुलाया गया. जबकि विभाग द्वारा ही जारी विज्ञापन भर्ती में मेरिट सूची के अनुसार 3 गुना पात्र उम्मीदवारों को बुलाने की बात कही गई थी. हालांकि यदि विभाग ये कह रहा है कि PSC के नियमों को आधार मानकर भर्ती की जा रही है, तो ये बात किसी से छिपी नहीं है कि पिछली सरकार में विभाग में कितना बड़ा PSC भ्रष्टाचार हुआ और तब विपक्ष में रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे कितना बड़ा मुद्दा बनाया था.

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