एमयूडीए और एसटी फंड घोटाले के आरोप-प्रत्यारोप के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने बीएस येदियुरप्पा पर निशाना साधा

मैसूर
कर्नाटक में एमयूडीए और एसटी फंड घोटाले के आरोप-प्रत्यारोप के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा पर निशाना साधा है। कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया ने पॉक्सो मामले में येदियुरप्पा को कोर्ट की दया पर जेल से बाहर रहने का आरोप लगाया।

उन्होंने आगे कहा, “येदियुरप्पा पॉक्सो के आरोपों का सामना कर रहे हैं और आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। वह अदालत की दया पर बाहर हैं। आरोपी को इस (पॉक्सो) मामले में जमानत नहीं मिलेगी। येदियुरप्पा को क्या जेल से बाहर रहने का नैतिक अधिकार है? 82 साल की उम्र में उन पर पॉक्सो का आरोप लगा है। उन्हें सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेना चाहिए।”

इसके आगे येदियुरप्पा पर चेक से पैसे लेने का आरोप लगाते हुए वह कहते हैं कि उन्होंने चेक के जरिए पैसे लिए और इसे अधिसूचित भी नहीं किया। क्या मेरी ओर से कोई पत्र, आदेश या वक्तव्य है? 2014 में जब मैं सीएम था तो मेरी पत्नी ने मुआवजे के लिए आवेदन किया था। मैंने एमयूडीए को सख्त निर्देश जारी किए थे कि जब तक मैं शीर्ष पर हूं तब तक उन्हें साइटें न दी जाएं। आपके मुख्यमंत्री ने अपने परिवार के लिए साइटें हासिल करने के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग नहीं किया है।

बता दें, कर्नाटक में इन दिनों एमयूडीए घोटाले और एसटी फंड घोटाले को लेकर सरकार और विपक्ष में जबरदस्त उठापटक जारी है। विपक्षी भाजपा, कांग्रेस सरकार पर एमयूडीए में 4,000 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा रही है। भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) ने मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) द्वारा भूमि खोने वाले लोगों को धोखाधड़ी से भूखंड आवंटित करके घोटाले का आरोप सरकार पर लगा रही है।

इसके अलावा कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य में एसटी घोटाले की बात कबूल कर ली। मुख्यमंत्री ने सोमवार को सदन में स्वीकार कर लिया कि कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि एसटी विकास निगम में 89.6 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उधर राज्य की विपक्षी भाजपा ने इस निगम में 187 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया है।

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