बिहार-मुख्यमंत्री नितीश ने की मधुबनी जिले की समीक्षा बैठक, ‘प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहले 39 अब 11 हजार मरीज पहुंच रहे’
पटना.
प्रगति यात्रा के दूसरे चरण के दौरान आज मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मधुबनी जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में झंझारपुर प्रखंड के अररिया संग्राम स्थित मिथिला हाट में समीक्षात्मक बैठक की। समीक्षात्मक बैठक में मधुबनी जिला के जिलाधिकारी श्री अरविंद कुमार वर्मा ने मधुबनी जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
इस दौरान पटना. प्रगति यात्रा के दूसरे चरण के दौरान आज मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मधुबनी जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में झंझारपुर प्रखंड के अररिया संग्राम स्थित मिथिला हाट में समीक्षात्मक बैठक की। समीक्षात्मक बैठक में मधुबनी जिला के जिलाधिकारी श्री अरविंद कुमार वर्मा ने मधुबनीजिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीजइलाज कराने आते थे। अब 1 माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंचरहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या बढ़कर 12हो गई है। सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। पी0एम0सी0एच0 को 5400 बेडका वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाया जा रहा है। आई0जी0आई0एम0एस0 का भी विस्तारीकरणकिया जा रहा है। यहां पर 3000 बेड की सुविधा होगी। हर घर नल का जल, हर घर पक्कीगली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूतसुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी गई हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को 50प्रतिशत आरक्षण दिया गया, इसके तहत अब तक 4 चुनाव हो चुके हैं। बड़ी संख्या मेंमहिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम कियाहै। वर्ष 2013 में पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिसकानतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी काफी बढ़ी है। वर्ष 2016 सेहमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया। पहले बिहारमें स्वयं सहायता समूहों की संख्या काफी कम थी। हमलोगों ने वर्ष 2006 में विष्व बैंक सेकर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया। बिहार में अब स्वयंसहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख जीविकादीदियां जुड़ी हैं। जीविका दीदियों में काफी कॉन्फिडेंस आया है, अपनी बातों को वे अच्छे ढंगसे रखती हैं। उनके रहन-सहन और जीवन शैली में काफी बदलाव आया है। स्वयं सहायतासमूह से जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकरउस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और उसका नाम आजीविका दिया। हमलोगोंके काम का असर पूरे देश पर पड़ता है। बिहार में अब शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायतासमूहों का गठन शुरू कराया गया है, जिनमें अब तक 26 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्यनिर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों कोसरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्यनिर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करादिया जाएगा। हम लोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। मदरसों को सरकारीमान्यता दी गई है। हमलोगों ने बिहार में जाति आधारित गणना कराई जिसमें 94 लाख गरीबपरिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रतिपरिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन करसकें।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मधुबनी जिले में विकास के कई कार्य किए गए हैं। यहांइंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई0टी0आई0, सभी अनुमंडलों मेंआई0टी0आई0, जी0एन0एम0 संस्थान, पारा मेडिकल संस्थान, जननायक कर्पूरी ठाकुरछात्रावास का निर्माण कराया गया है। मधुबनी में 515 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकलकॉलेज बनाया जा रहा है। सौराठ में मिथिला चित्रकला संस्थान संग्रहालय का निर्माण करायागया है। वर्ष 2012 में सेवा यात्रा के दौरान हमने इसकी घोषणा की थी। इस संस्थान मेंमधुबनी चित्रकला का प्रशिक्षण दिया जाता है। अररिया संग्राम में मिथिला हाट का वर्ष 2023में उद्घाटन किया गया। मधुबनी जिला में पथों एवं पुलों का निर्माण कराया गया है। साथ हीबाढ़-बचाव राहत कार्य कराए गए हैं। 76 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण कराया गया है।इस जिले में जो भी पंचायत सरकार भवन बचे हुए हैं जिलाधिकारी उसका शीघ्र निर्माणकराएं। पंचायतों को सम्मान देने के लिए ही हमने पंचायत सरकार भवन नाम दिया। यहां 7पावर ग्रिड का निर्माण कराया गया। 41 पावर उपकेंद्र बनाए गए। 51 कृषि फीडर का निर्माणकराया गया। इच्छुक किसानों को विद्युत कनेक्शन दिया जा रहा है। मधुबनी जिले के लिएइन सब कामों के अलावा और भी जिन कामों के संबंध में सुझाव आएंगे उस पर काम कियाजाएगा।