घूसखोरी मामले में सीबीआई ने अपने ही कर्मियों के विरुद्ध की कार्रवाई

भोपाल/नई दिल्ली
 केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मध्यप्रदेश राज्य नर्सिंग कॉलेजों के कर्मियों और राज्य के पटवारियों की संलिप्तता वाले षड़यंत्र का खुलासा करते हुए अपने ही कुछ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
सीबीआई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार नर्सिंग कॉलेजों में अनियतितताओं की जांच के लिए उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में, सीबीआई, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूराे (एसीबी), भोपाल ने 7 कोर टीमों एवं 3-4 सहायक टीमों का गठन किया था, जिसमें सीबीआई के अधिकारी, मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों द्वारा नामित अधिकारी एवं पटवारी शामिल रहे।

विभिन्न टीमों द्वारा किए जा रहे निरीक्षणों की निगरानी के दौरान, राहुल राज, निरीक्षक, सीबीआई सहित एक सहायक टीमों में से एक के कर्मी, भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त पाए गए। इसके बाद सीबीआई का आंतरिक सतर्कता तंत्र सतर्क हुआ और निरीक्षक राहुल राज, तीन अन्य सीबीआई कर्मियों एवं वाहकों/दलालों सहित 23 व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया।

इसी क्रम में शनिवार को निरीक्षक राहुल राज को दो लोगों से 10 लाख रुपए की अवैध रिश्वत के रूप में स्वीकार करने के दौरान सीबीआई द्वारा रंगे हाथ पकड़ा गया। आगे की कार्रवाई में, सीबीआई, नई दिल्ली ने भोपाल, इंदौर, रतलाम एवं जयपुर में 31 स्थानों पर तलाशी ली तथा 2.33 करोड़ रु. से ज्यादा का नकद, चार सोने की छड़ें, 36 डिजिटल उपकरण एवं 150 से अधिक आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।
सीबीआई ने बताया कि मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें राहुल राज, निरीक्षक, सीबीआई, सुशील कुमार मजोका, निरीक्षक, मध्यप्रदेश पुलिस शामिल हैं, जो सीबीआई से जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही ओम गोस्वामी, रवि भदोरिया और जुगल किशोर, जो दलाल की भूमिका में थे तथा तीन अन्य महिलाओं को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को 29 मई तक सीबीआई की हिरासत में भेजा गया। सीबीआई ने दोषी कर्मियों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई भी शुरू कर दी।
इस मामले में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप है कि सीबीआई अधिकारी नर्सिंग कालेजों को सूटेबल लिस्ट में शामिल करने के लिए लाखों रुपए की रिश्वत ले रहे थे।

 

 

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