मुख्यमंत्री योगी ने मां विंध्यवासिनी के दर पर शीश झुकाया, कहा- शारदीय नवरात्रि में श्रद्धालुओं को नहीं हो कोई परेशानी

मीरजापुर/लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को मीरजापुर पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने मां विंध्यवासिनी के दर पर शीश झुकाया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले शारदीय नवरात्रि की तैयारियों के संदर्भ में भी जानकारी ली। सीएम योगी ने विंध्य कॉरिडोर के विकास कार्यों का भी जायजा लिया।

उन्होंने समय से कार्य कराने के भी निर्देश दिए। सीएम योगी ने विंध्यधाम में सबसे पहले मां विंध्यवासिनी के चरणों में शीश झुकाया। उन्होंने पूजन-अर्चन कर सुखी-स्वस्थ और समृद्ध उत्तर प्रदेश की कामना की। मुख्यमंत्री योगी ने दर्शन-पूजन के उपरांत विंध्य कॉरिडोर के कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्य समयबद्ध ढंग से हो। शेष कार्यों में भी गुणवत्ता का पालन सुनिश्चित हो।

सीएम योगी ने कहा कि तीन अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि प्रारंभ हो रही है। इसमें देश-प्रदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे। इनके समुचित दर्शन की व्यवस्था हो। उन्हें किसी प्रकार की तकलीफ ना हो। सीएम योगी ने त्योहारों के दौरान साफ-सफाई समेत सभी मूलभूत सुविधा मुहैया कराने का निर्देश भी स्थानीय प्रशासन को दिया। पूजन-अर्चन व निरीक्षण के दौरान विधायक रत्नाकर मिश्र समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी आदि मौजूद रहे।

वहीं, सीएम योगी ने मीरजापुर के गोपालपुर, विकासखंड पहाड़ी में 765 करोड़ की 127 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब मीरजापुर जनपद भी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाएगा, क्योंकि मां विंध्यवासिनी का पावन धाम दिव्य-भव्य रूप ले चुका है। इससे पहले योजनाओं को स्वीकृति देने में भेदभाव होता था, लेकिन हमने जाति-खेमे के आधार पर बांटने का प्रयास नहीं किया।

उन्होंने यह भी कहा कि पांच वर्ष पहले मां विंध्यवासिनी धाम की गलियां संकरी थी। नवरात्रि के दौरान भय लगता था, लेकिन तीन अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले नवरात्रि में दिव्य-भव्य धाम के दर्शन होंगे। पिछली सरकारों ने यही काम किया होता तो जनआस्था को सम्मान मिलता। अब मीरजापुर के पास भी मेडिकल कॉलेज है, वरना बीएचयू और प्रयागराज के बीच में कुछ नहीं था। यहां मां विंध्यवासिनी के नाम पर विश्वविद्यालय बनने जा रहा है। अगले सत्र में पाठ्यक्रम भी प्रारंभ होगा।

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