चीन का ₹2700000 करोड़ का आर्थिक पैकेज, बनाया तीन महीने का प्लान, क्या फिर गिरेगा अपना शेयर बाजार?

बीजिंग

चीन ने भारत समेत दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए फिर से चिंता की लकीरें खींच दी हैं। चीन ने  325 बिलियन डॉलर (करीब 27 लाख करोड़ रुपये) के विशेष पैकेज की घोषणा की। चीन ने कहा कि वह इस रकम को अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए खर्च करेगा। ऐसे में सोमवार को फिर से भारतीय शेयर मार्केट में गिरावट देखने को मिल सकती है।

कुछ समय पहले चीन ने विशेष प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी। इसके बाद विदेशी निवेशक भारतीय शेयर मार्केट से पैसा निकालकर चीन की ओर चले गए थे। इससे भारतीय शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट आई थी। पिछले पूरे हफ्ते मार्केट में गिरावट बनी रही। इस गिरावट के कारण निवेशकों के 16 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए थे। वहीं इस हफ्ते भी मार्केट में सिर्फ एक दिन ही तेजी देखने को मिली। चीन की इस नई घोषणा से शेयर मार्केट में फिर से गिरावट आ सकती है।
 

क्या है चीन का नया आर्थिक पैकेज?

चीन अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत करने पर लगा है। इसी कड़ी में चीन इतनी बड़ी रकम अपनी अर्थव्यवस्था में लगाएगा। इस नए पैकेज से बैंकों को मजबूत करने, प्रॉपर्टी मार्केट को मजबूत करने और वित्तीय संकट से उबरने में मदद मिलेगी। कुछ हफ्ते पहले चीन ने जिस प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी, उसमें ब्याज दरों में कटौती और बैंकों के लिए तरलता शामिल थी।

क्या है 3 महीने का ड्रैगन का प्लान?

    चीन के वित्त मंत्री लैन फोआन ने कहा कि वे अतिरिक्त राजकोषीय बांडों के उपयोग में तेजी ला रहे हैं। साथ ही और उपयोग के लिए अल्ट्रा लॉन्ग टर्म स्पेशल ट्रेजरी बॉन्ड भी जारी किए जा रहे हैं।

    फोआन ने कहा कि अगले तीन महीनों में विभिन्न स्थानों पर इस्तेमाल के लिए स्पेशल बॉन्ड फंड की व्यवस्था की जा सकती है।

    बैंकों की पूंजी की भरपाई करने और लोन देने की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए विशेष सरकारी बॉन्ड जारी किए जाएंगे।

    सरकार पर जो कर्ज है, उसे भी कम किया जाएगा ताकि सरकार बुनियादी ढांचे पर अधिक खर्च कर सके और नौकरियों की रक्षा में मदद कर सके।

भारत पर क्या पड़ेगा असर?

चीन के इस पैकेज का असर भारत में साफ दिखाई देगा। सोमवार को जब शेयर मार्केट खुलेगी तो इसमें गिरावट दिखाई दे सकती है। वहीं चीन जिस तरह से अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत करने में लगा है, इससे निवेशकों में भरोसा पैदा होगा और वह चीन की ओर रुख करेंगे। विदेशी निवेशक भारतीय मार्केट से पैसा निकालकर चीनी मार्केट में निवेश कर सकते हैं। इससे शेयर मार्केट में गिरावट आएगी।

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