सामाजिक बदलाव लाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो. बल्देव भाई
रायपुर
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में मीडिया परिसंवाद का आयोजन किया गया। यह आयोजन ब्रह्माकुमारी संस्थान के मीडिया प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश भाईजी की आठवीं पुण्यतिथि पर आयोजित था। विषय था-सामाजिक परिवर्तन के लिए जागरूक मीडिया।
मीडिया कर्मियों को सम्बोधित करते हुए कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने कहा कि पत्रकार समाज को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। लोक जागरण और लोकोपकार करना मीडिया का प्रमुख कार्य है। जो असहाय हैं, जिनका कोई नहीं है ऐसे रोते हुए लोगों के आंसू पोंछना और उनको हिम्मत देना हमारा पहला कर्तव्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सजगता, निर्भयता, सत्यान्वेषण और मानवीय संवेदना यह चार चीजें नहीं हो तो मीडिया मूल्यनिष्ठ नहीं रह पाएगा। वह पूरी तरह से मूल्यहीन और व्यावसायिक हो जाएगा।
नई दुनिया के सम्पादक सतीश श्रीवास्तव ने कहा कि समाज मीडिया से अपेक्षा रखता है कि वह सामाजिक बदलाव के कार्य में अपनी भूमिका निभाए। मीडिया विचारों का श्रोत है। मीडिया को संवाद का माध्यम बतलाते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के आन्दोलन में भी उसने जागरूकता फैलाने में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। हमारे समाज में जाति और वर्ण व्यवस्था लड़ाई के लिए नहीं है सामाजिक समरसता के लिए है। आजकल सोशल मीडिया अनसोशल बन चुकी है। इससे अनेक फ्रॉड हो रहे हैं।
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. मानसिंह परमार ने कहा कि मैं चार साल बाद रायपुर आया हूँ जिससे सुखद अनुभूति हो रही है। सामाजिक परिवर्तन के लिए मीडिया ने बहुत कार्य किया है। आजकल इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की अपेक्षा प्रिन्ट मीडिया पर लोगों का ज्यादा भरोसा है। संविधान ने पत्रकारों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार दिया है किन्तु आज स्वनियमन की आवश्यकता है तब ही हम सामाजिक परिवर्तन की ओर आगे बढ़ सकेंगे। धर्म हमें जीने का मार्ग बतलाता है। सही और गलत की समझ देता है। किन्तु अध्यात्म हमें उस मार्ग पर चलना सिखलाता है।
अंग्रेजी दैनिक हितवाद के सम्पादक ई.वी. मुरली ने कहा कि वर्तमान समय मीडिया कितना जागरूक है वह बतलाने की जरूरत नहीं है। चाहे सोशल मीडिया हो, प्रिन्ट मीडिया हो या इलेक्ट्रानिक मीडिया हो सबमें सूचनाओं की सुनामी आयी हुयी है। समाज में जागरूकता फैलाना मीडिया की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। जब सब लोग अध्यात्म से जुड़ेंगे तब ही सामाजिक परिवर्तन के कार्य में तेजी आएगी। सही जानकारी सही समय पर प्रसारित करना मीडिया की जवाबदेही है।
आई.बी.सी. 24 न्यूज चैनल के सम्पादक रविकान्त मित्तल ने कहा कि मीडिया का काम परिवर्तन लाना नहीं है। मीडिया तो सामाजिक कुरीतियों को सामने लाने का एक माध्यम मात्र है। परिवर्तन लाना ब्रह्माकुमारीज जैसे आध्यात्मिक संगठनों का कार्य है। वर्तमान समय हरेक व्यक्ति जिसके पास स्मार्ट फोन है वह पत्रकार है। हम कोशिश करते हैं कि ऐसे कार्यक्रम प्रसारित करें जो कि जनता को जागरूक करें। हम जागरूक कर सकते हैं। परिवर्तन लाने में हम सक्षम नहीं है।
मीडिया कर्मियों को अपने आशीर्वचनों से लाभान्वित करते हुए क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने कहा कि मीडिया समाज का सजग प्रहरी है। मीडिया द्वारा एकता, सदभावना और सदाचार को सारे विश्व में फैलाया जा सकता है। निर्भीकता के साथ समाज की बुराइयों को सामने लाना मीडिया का कार्य है। मीडिया दर्शकों को ऐसा कुछ न परोसे जिनसे समाज में विकृति आए।
इस अवसर पर रायपुर सेवाकेन्द्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा कि मीडिया ऐसा प्रभावशाली माध्यम से जिसका प्रभाव लाखों लोगों पर पड़ता है। मीडिया में हम जैसा देखते, सुनते और पढ़ते हैं वैसा ही हम सोचने लगते हैं। मीडिया हमारी सोच को बदलने की ताकत रखता है। वरिष्ठ पत्रकार मधुकर द्विवेदी ने कहा कि ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश भाईजी मूल्यनिष्ठ मीडिया के जनक थे। उनका सदैव यह प्रयास रहा कि मीडिया मूल्यनिष्ठ बने। जब लोगों को कहीं न्याय नहीं मिलता है तब वह मीडिया के पास आता है। इससे साबित होता है कि आजकल लोगों का खबरपालिका पर सबसे ज्यादा भरोसा है।