कुल्लू साहसिक खेल गतिविधियों का हब बनता जा रहा है, पैराग्लाइडिंग को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है

कुल्लू
जिला कुल्लू साहसिक खेल गतिविधियों का हब बनता जा रहा है। यहां पैराग्लाइडिंग को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है। हालांकि जिला में पहले से 9 पैराग्लाइडिंग साइट्स चल रही हैं। इसी कड़ी में 4 और साइट्स पैराग्लाइडिंग के बेडे़ में शामिल हो गई हैं। लिहाजा अब जिला में 13 साइट्स से पैराग्लाइडिंग गतिविधियां हो सकेंगी। पर्यटन विकास विभाग के अधिकारियों के अनुसार इन नई पैराग्लाइडिंग साइट्स को मंजूरी मिल गई है, जिसकी नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई है और 10 दिनों के भीतर विभाग ने इन नई साइट्स में गतिविधियां शुरू करने का दावा किया है। अधिकारियों की मानें तो नई साइट्स में 2 गड़सा में, एक दियार और एक बंजार उपमंडल के जिभी में नोटिफाई हुई है, जिसके चलते अब इन नई साइट्स में भी देश-दुनिया से आने वाले पर्यटक पैराग्लाइडिंग गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।

यहां पहले से चल रही है पैराग्लाइडिंग
गौरतलब है कि जिला के सोलंगनाला, मढ़ी, मझाच, डोभी फलैईन, नांगाबाग, रायसन, गड़सा के साथ-साथ जिला मुख्यालय कुल्लू के पीज से ढालपुर के लिए पैराग्लाइडिंग साइट्स अधिकृत की गई हैं। ऐसे में इन साइट्स के अलावा अब 4 और साइट्स में भी सहासिक खेलों की गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है। विभाग की माने तो यहां पैराग्लाइडर पंजीकरण के लिए एसोसिएशन का गठन किया जाएगा ताकि नियमों के अनुसार पर्यटन गतिविधियां करवाई जा सकें।

बंजार क्षेत्र में पहली साइट
गौरतलब है कि इससे पहले कुल्लू-मनाली तक ही पैराग्लाइडिंग गतिविधियां करवाई जा रही थीं और साइट्स इन्हीं क्षेत्रों में मौजूद थीं लेकिन बंजार उपमंडल में पहली पैराग्लाइडिंग साइट जिभी के पास नोटिफाई की गई है, जिसके चलते अब बंजार उपमंडल की ओर जाने वाले पर्यटक भी पैराग्लाइडिंग गतिविधियों का आनंद ले सकेंगे इससे क्षेत्र के युवाओं को जहां रोजगार के अवसर मिलेंगे, वहीं क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुनयना शर्मा ने बताया कि जिला कुल्लू में 4 नई पैराग्लाइडिंग साइट्स को पैराग्लाइडिंग गतिविधियों के लिए अधिकृत किया गया है। इस संदर्भ में नोटिफिकेशन जारी कर दी है तथा जल्द ही इन नई साइट्स पर पैराग्लाइडिंग गतिविधियां शुरू कर दी जाएंगी।

जिला में 2 महीने बाद आज से शुरू होंगी साहसिक गतिविधियां
जिला में पूरे 2 महीने के बाद 16 सितम्बर से सहासिक गतिविधियां शुरू होंगी। जिला में पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग और रिवर क्राॅसिंग जैसी साहसिक गतिविधियों पर 15 जुलाई से 15 सितम्बर तक प्रतिबंध लगा था। ऐसे में अब पैराग्लाइडिंग साइट्स के साथ-साथ राफ्टिंग साइट्स पर भी पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलेगी। ऐसे में पैराग्लाइडिंग और राफ्टिंग से जुड़ी एसोसिएशन्स ने कमर कस ली है और सोमवार से साहसिक गतिविधियां करवाने की तैयारी कर ली है। राफ्टिंग में बबेली से रायसन, रायसन से बबेली और बबेली से वैष्णो माता मंदिर के साथ-साथ पिरड़ी से झीड़ी तक राफ्टिंग होगी।

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