बिहार-पटना में ट्रेन पकड़ने पहुंचा मजदूर कटा, दर्दनाक मौत देख परिजनों में मचा कोहराम
पटना।
पटना-गया रेलखंड में ट्रेन दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही घटनाओं से यात्रियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ताजा मामला नेर हॉल्ट का है, जहां अपने परिवार के साथ ट्रेन पकड़ने पहुंचे एक मजदूर की दर्दनाक मौत ट्रेन से कट जाने के कारण हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, नेर हॉल्ट पर मंगलवार को ओबा गांव निवासी मजदूर आशीष कुमार (32) अपने परिवार के साथ जहानाबाद जाने के लिए ट्रेन पकड़ने पहुंचे थे। परिवार के सभी सदस्य ट्रेन में चढ़ गए, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण आशीष ट्रेन के अंदर नहीं जा सके। उन्होंने ट्रेन के पायदान पर लटककर डिब्बे में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन पैर फिसलने से वह नीचे गिर गए और ट्रेन के पहियों की चपेट में आ गए। मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
घटना के बाद परिजनों में कोहराम
इस हादसे के बाद आशीष के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। आशीष परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनकी असामयिक मौत ने परिवार को गहरे आर्थिक संकट में डाल दिया है। स्थानीय ग्रामीण भी इस घटना से गमगीन हैं और रेलवे प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।
पटना-गया रेलखंड पर निर्माण कार्य और बढ़ती भीड़
गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-6 और 7 पर चल रहे निर्माण कार्य के कारण इस रूट पर कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। कुछ का मार्ग बदला है, जिससे चल रही ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। अत्यधिक भीड़ के कारण ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
स्थानीय प्रशासन और रेलवे की लापरवाही
नेर हॉल्ट पर ट्रेन में चढ़ने के दौरान हुई इस दुर्घटना ने रेलवे की तैयारियों और यात्री सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पटना-गया रेलखंड पर हर दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन रेलवे प्रशासन इन पर रोक लगाने में विफल रहा है। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही जहानाबाद रेलवे थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रेलवे पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों पर जोर देने का आश्वासन दिया है।
यात्रियों में डर का माहौल
पटना-गया रेलखंड पर बढ़ती घटनाओं से यात्रियों में दहशत फैल गई है। लोगों का कहना है कि अत्यधिक भीड़ और सुविधाओं की कमी के कारण इस रूट पर सफर करना खतरनाक हो गया है। यात्री रेलवे प्रशासन से जल्द से जल्द जरूरी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।