गौरेला पेंड्रा मरवाही में प्रशासन की नाक के नीचे मुरुम उत्खनन, मजदूर की मौत से भी नहीं लिया सबक

गौरेला पेंड्रा मरवाही.

गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में अवैध तरीके से मिट्टी मुरुम का उत्खनन का सिलसिला जारी है। तो प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति करते नजर आ रहा है। तो खनन माफिया अपने काम को अंजाम देने से नहीं चूक रहे हैं। लगातार अवैध तरीके से मुरुम का उत्खनन जारी है। पिछले दिनों जिले के दर्री गांव में अवैध तरीके से मुरुम की खुदाई के दौरान हादसा हो गया था। यहां खुदाई के दौरान मिट्टी का एक हिस्सा मजदूरों के ऊपर जा गिरा। जिसके नीचे दबकर एक मजदूर की मौत हो गई थी।

इसके बाद भी प्रशासन का सुस्त रवैये से मिट्टी मुरुम का अवैध उत्खनन करने वाले खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। वे बेखौफ मिट्टी मुरुम की अवैध खुदाई कर मुरुम को कॉलोनाइजर के प्लांट में डालकर बराबर करने का सिलसिला लगातार जारी रखे हुए हैं। वहीं, दूसरी ओर खनिज विभाग सिर्फ खाना पूर्ति करते हुए रेत के अवैध परिवहन पर जरूर छोटी-मोटी कार्रवाई कर रहा है। उधर, मिट्टी मुरुम के अवैध उत्खनन से बंधी बचरवार मुक्तिधाम और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में विशालकाय गड्ढे बन गए हैं। जिससे आने वाले बरसात के दिनों में बारिश का पानी भर जाने से कोई अप्रिय घटना घटित हो जाने का खतरा मंडरा रहा है। जिला खनिज अधिकारी सबीना खान का कहना है अवैध उत्खनन कर कॉलोनाइजर के द्वारा अपने प्लॉट में मुरुम डालने का मामला सामने आया। शिकायत मिलने के बाद खनिज विभाग की टीम भी उस जगह का निरीक्षण करने पहुंची जहां बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। साथ ही कॉलोनाइजर को भी नोटिस जारी किया गया है। उससे 7 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है कि मिट्टी मुरुम कहां से उत्खनन कर लाया गया है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर विधिवत कार्रवाई की बात कही है। साथ ही नोटिस के बाद भी उसके द्वारा मिट्टी मुरुम का अवैध उत्खनन कर प्लांट में पाटने के मामले में जांच टीम मौके पर भेजकर जानकारी लिए जाने की बात कही है।

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