राजस्थान-दौसा में 200 दिव्यांगों को बांटा 2 करोड़ का लोन, बढ़ाए सशक्तिकरण की ओर कदम
दौसा.
राजस्थान के दौसा जिले में दिव्यांगजन सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। नेशनल दिव्यांगजन फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NDFDC) और राजस्थान जाति जनजाति वित्त एवं विकास निगम के सहयोग से रामचंद्र फॉर्म हाउस पर आयोजित ऋण मेले में 200 दिव्यांगजनों को 2 करोड़ के ऋण वितरित किए गए।
यह आयोजन NDFDC के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नवीन कुमार शाह की समाज में उचित बदलाव लाने की सोच का एक उदाहरण है, जो दिव्यांगजनों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस ऋण मेले के अंतर्गत अब तक 4 राज्यों के 9 स्थानों पर लगभग 5.5 करोड़ का ऋण वितरित किया जा चुका है। नवीन कुमार शाह ने अपने संबोधन में कहा कि दिव्यांगजन असीम क्षमताओं के प्रतीक हैं। वे अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष से न केवल स्वयं के जीवन में बदलाव ला रहे हैं, बल्कि समाज के अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रहे हैं। कार्यक्रम में राजस्थान के दौसा जिला कलेक्टर देवेन्द्र ने इस पहल को समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि NDFDC की यह पहल दिव्यांगजनों को स्वावलंबी बनाने के लिए सराहनीय है। इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें राजस्थान अनुजा टीम के एमडी वीरेंद्र, जीएम करतार सिंह, आशीष चावला, NDFDC के जीएम अनिल कौशिक, सलाहकार रवि शंकर, बीसीएनएस के संस्थापक अध्यक्ष राम कृष्ण गोस्वामी, और राजस्थान के डेंटल स्पेशलिस्ट डॉक्टर विष्णु गुप्ता शामिल थे। यह ऋण मेला NDFDC की अन्य पहलों जैसे दिव्य कला मेले और पीएम दक्ष योजना का हिस्सा है। अब तक पूरे भारत में 20 दिव्य कला मेले आयोजित हो चुके हैं, जिनमें 15-16 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। साथ ही, पीएम दक्ष योजना के माध्यम से 4,000 दिव्यांगजनों को कौशल प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है, जिससे कई दिव्यांगजन छोटे ऋण लेकर स्वावलंबी बने हैं। दौसा जिले में आयोजित इस कार्यक्रम ने दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने की दिशा में एक नई शुरुआत की है।