राजस्थान-चित्तौड़गढ़ में तीन दिन बाद मिला युवक का शव, मेनाल झरने में एनडीआरएफ ने किया रेस्क्यू

चित्तौड़गढ़.

बारिश के मौसम में मेनाल का झरना पूरे वेग से बह रहा है। यहां बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने आ रहे हैं। भीलवाड़ा निवासी कन्हैयालाल बैरवा भी सोमवार को अपने मित्र अक्षित के साथ पिकनिक मनाने के लिए मेनाल झरने पर आया था। यहां सेल्फी लेने के दौरान संतुलन बिगड़ जाने से वह पानी में झरने की ओर बहने लगा। जहां से झरना गिरता है, उसके थोड़े पहले लगी चैन को उसने पकड़ लिया था।

लोगों ने उसे बचाने का भी प्रयास किया लेकिन बाद में वह 150 फीट की ऊंचाई से झरने में गिर गया। इसके बाद से ही सिविल डिफेंस, चित्तौड़गढ़ व एनडीआरएफ की टीम तलाश में जुटी हुई थी। शव नहीं मिलने पर मंगलवार को कोटा से एनडीआरएफ की विशेष टीम को बुलाया गया, जो पानी के भीतर जाकर तलाश करती है। मंगलवार शाम को अंधेरा होने तक शव का कहीं पता नहीं चल पाया। इस पर अभियान रोक दिया गया था। बुधवार सुबह करीब 5.30 बजे एनडीआरएफ की टीम जोगणिया माता पुलिस चौकी के कांस्टेबल सुनील व सुरेंद्र के साथ झरने के पानी में उतरी और करीब डेढ़ घंटे तक तलाशी अभियान चलाया गया। झरने से करीब 60 फीट की दूरी पर युवक कन्हैया का शव मिल गया। शव को एंबुलेंस की सहायता से बेगूं चिकित्सालय पहुंचाया गया, यहां पुलिस ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई की है। गौरतलब है कि मेनाल झरने पर लोग पिकनिक मनाने के दौरान लापरवाही दिखाते हैं, इससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। यहां चेतावनी बोर्ड भी लगा हुआ है लेकिन लोग इसे अनदेखा कर हादसे का शिकार हो रहे हैं। अब स्थानीय विधायक ने यहां जाली लगाने के निर्देश दिए हैं।

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