झारखंड के रांची जिले से करीब 30 किलोमीटर दूर तैमारा घाटी के बीच का क्षेत्र अपने रहस्य के कारण चर्चा में बना

रांची
झारखंड के रांची जिले से करीब 30 किलोमीटर दूर तैमारा घाटी के बीच का क्षेत्र अपने रहस्य के कारण चर्चा में आया हुआ है। बताया जाता है कि इस क्षेत्र से गुजरने पर मोबाइल डिवाइस पर घड़ी और साल अपने आप बदल जाते हैं। लोग इसे मौत का हाईवे भी कहते हैं। अगर आप रांची से तैमारा घाटी की ओर सफर कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है।

घाटी पर पहुंचते ही समय बढ़ जाता है 2 साल आगे
बता दें कि तैमारा घाटी, रांची-जमशेदपुर हाईवे यानी एनएच-33 पर रामपुर से ज़रिया बयानडीह के बीच स्थित है। यह घाटी करीब 14 किलोमीटर लंबी और 1 किलोमीटर चौड़ी है। वैसे तो प्राकृतिक सुंदरता से भरा तैमारा घाटी का यह इलाका हर किसी का मन मोह लेता है, लेकिन ये इलाका रहस्यमय घटना के कारण चर्चा में बना रहता है। रांची-जमशेदपुर रोड की तैमारा घाटी को पार करते हुए आप 2 साल आगे चले जाते हैं। इस इलाके में अचानक से मोबाइल के टाइम जोन बदल जाते है और समय 2 साल आगे बढ़ जाता है। यहां मोबाइल डिवाइस की घड़ी एक अलग समय दिखाना शुरू कर देती है। यहां पहुंचते ही मोबाइल के व्हाट्सएप पर डेट सेटिंग का मैसेज आने लगता है। स्थान के बार-बार समय क्षेत्र बदलने के कारण यहां इंटरनेट का उपयोग करना भी मुश्किल होता है। केवल कॉल की जा सकती हैं। इस घाटी में एक मंदिर के अलावा सड़क पर पहाड़ और घाटियां नजर आएगी। मंदिर में मां काली और हनुमान जी की मूर्ति है। राहगीर अक्सर इस मंदिर में प्रार्थना करने के लिए रुकते हैं। इसके बाद आगे की यात्रा के लिए रवाना होते हैं। वहीं, बरसात के मौसम में आप यहां बादलों को नजदीक से देख सकते हैं।

सफेद कपड़े पहने घूमती है एक महिला
बताया जाता है कि उन्होंने इस सड़क पर सफेद कपड़े पहने एक महिला को घूमते हुए देखा है। उस महिला को बचाने के लिए चालक कारों को टक्कर मार देते हैं। इस सड़क पर अक्सर क्षतिग्रस्त कारें देखी जा सकती हैं। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हाल ही में इस सड़क पर एक मंदिर का निर्माण भी किया गया था। वहीं, कहा जाता है कि इस स्थिति के लिए कर्क रेखा जो इस क्षेत्र को पार करती है, उसे दोषी ठहराया जाता है। ये भी माना जाता है कि गड़बड़ी क्षेत्र के शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र और विकिरण के कारण होती है।

 

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