मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और मंत्री अनिल विज के बीच टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा, पुष्पा अंदाज में दिखे अनिल विज

चंडीगढ़
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और सीनियर मंत्री अनिल विज के बीच टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है। उन्होंने सीएम सैनी को हेलिकॉप्टर वाला मुख्यमंत्री करार दिया था। इसके अलावा सरकार के खिलाफ अनशन का ऐलान करने वाले अनिल विज ने एक बार फिर से तेवर दिखाए हैं। शनिवार को अनिल विज आज पुष्पा अंदाज में दिखे और झुकेगा नहीं वाला पुष्पा साइन ऑफ किया। पत्रकारों से बातचीत में विज ने कहा कि मैं जो बोलता हूं, आत्मा से बोलता हूं। मेरी कोई हैसियत नहीं कि मैं कुछ बोलूं। मैं जो बोलता हूं आत्मा से बोलता हूं और आत्मा की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। विज ने कहा कि मेरी लड़ाई आत्मसम्मान की है, वो जारी रहेगी।

यही नहीं अंबाला के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर को बदले जाने पर भी अनिल विज ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि यह आते-जाते रहते हैं, इससे कोई ताल्लुक नहीं है। वहीं, कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के ट्वीट कि हरियाणा में अफसरशाही हावी है और मंत्रियों को मंत्री नहीं माना जाता, के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर हुड्डा साहब ने ऐसा कहा है तो उनका धन्यवाद। अंबाला कैंट से लगातार विधायक चुने जा रहे अनिल विज ने पिछले दिनों एक मीटिंग में एसएचओ को सस्पेंड करने का आदेश दे दिया था। उनके आदेश के बाद भी एसएचओ निलंबित नहीं हुआ तो वह खफा हो गए। इसके बाद उनका कहना था कि सरकार में जब मेरी सुनी ही नहीं जाती तो फिर ग्रीवेंस मीटिंग में जाने का भी क्या फायदा है।

विज के तेवरों से बैकफुट पर आ गई थी सैनी सरकार
अनिल विज के तेवरों से नायब सैनी सरकार बैकफुट पर आ गई थी और कल सरकार ने अंबाला के डीसी पार्थ गुप्ता को हटाकर उनकी जगह अजय सिंह तोमर को जिम्मेदारी सौंपी थी। पार्थ गुप्ता को यमुनानगर का डीसी लगाया गया है। इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने कुल आठ आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। वहीं सीधे सीधे मुख्यमंत्री नायब सैनी को निशाने पर लेते हुए अनिल विज ने कहा था कि जब से नायब सैनी मुख्यमंत्री बने हैं, हेलिकॉप्टर पर रहते हैं। अगर हेलिकॉप्टर से नीचे उतरेंगे तो ही लोगों के दुख दर्द सुनेंगे।

डल्लेवाल जैसे अनशन की दी थी चेतावनी
हरियाणा के बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने कल दोटूक कह दिया था कि वे अब ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। विज ने कहा था कि इस मीटिंग में उनके दिए आदेश लागू नहीं किए जाते। कुछ दिन पहले अनिल विज ने अंबाला कैंट सदर थाने के एसएचओ को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। लेकिन इन पर अमल नहीं किया गया। गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री नायब सैनी के पास ही है। विज के गृह जिले में ही उनके आदेश लागू न होने से वह आहत थे। उन्होंने यहां तक चेतावनी दी थी कि अगर जरूरत पड़ी तो वे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की तरह अनशन करने को भी तैयार हैं।

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