तरुणाई को ऊर्जस्व बनाये रखने ‘स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन’ का शुभारंभ विवेकानंद जयंती से : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि स्वामी विवेकानंद की जयंती का दिन देश के युवाओं के लिए उस चिर युवा ऊर्जा से प्रेरणा लेकर नए संकल्प लेने का है, जो आज भी हमारी तरुणाई को ऊर्जस्व बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने ‘उत्तिष्ठ, जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत’ के उद्घोष से भारत के युवाओं को प्रेरित किया था। युवा अपने गौरवशाली अतीत को जानें, उस पर गर्व करें और उससे शिक्षा एवं प्रेरणा लेकर स्वर्णिम भविष्य के सृजन पथ पर बिना थके चलते रहें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का संदेश था कि दृढ़-आत्मविश्वास से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। यह संदेश विश्व के सभी देशों से अधिक युवाओं की शक्ति से संपन्न भारत के लिए आज भी समीचीन है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर युवाओं का उन्मुक्त उड़ान के लिये खुला आकाश उपलब्ध कराने राज्य सरकार 'स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन' का शुभारंभ करने जा रही है। इस मिशन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के GYAN (ग़रीब, युवा, अन्नदाता और नारी) पर ध्यान के ध्येय मंत्र को धरातल पर साकार किया जाएगा। हम आशान्वित हैं कि यह मिशन प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने और उनमें नेतृत्व क्षमता विकसित कर उनकी ऊर्जा को रचनात्मक दिशा में गतिशील रखकर स्वामी विवेकानंद की अभिप्रेरणाओं को जीवंत बनाए रखेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को सशक्त, सक्षम और समृद्ध भारत के संकल्प सिद्धि के मार्ग पर सधे हुए मजबूत कदमों से आगे बढ़ाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर हमारा यह संकल्प है कि हम इस मिशन से वर्ष-2030 तक प्रदेश के 70 प्रतिशत युवाओं की आय में और अधिक वृद्धि करने में सफल होंगे। इसके लिए वर्ष 2028 तक प्रदेश के शत-प्रतिशत युवा को 10वीं एवं 2030 तक 12वीं तक अनिवार्य रूप से शिक्षित किया जाएगा। स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन का ध्येय वाक्य, ‘संवाद-सामर्थ्य-समृदिध’ के माध्यम से ‘आत्म दीपो भवः’ है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वास जताया कि स्वामी विवेकानंद ‘युवा शक्ति मिशन’ मध्यप्रदेश के युवाओं के सशक्तिकरण की मजबूत बुनियाद सिद्ध होगा। मिशन से युवाओं में शिक्षा, कौशल विकास और सामुदायिक सेवा की भावनाएं विकसित होंगी। साथ ही वह आधुनिक तकनीक के कुशल प्रयोग में सक्षम बनेगा और उनमें सफल एवं सक्षम नेतृत्व के गुण भी विकसित होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की ऊर्जा से अभिप्रेरित देश का युवा आज स्टार्ट-अप जैसे नवाचारों की नवीन धारा से देश का का नेतृत्व कर रहा है। विश्व को अपनी ऊर्जस्विता से झँकृत कर देने वाली चिर युवा चेतना का ही प्रताप है कि आज भारत के युवाओं ने भारत को विश्व की शीर्ष स्टार्ट-अप फिनामिना में तीसरे स्थान ला खड़ा किया है। देश के 73 हजार से अधिक स्टार्ट-अप्स में 100 से अधिक यूनिकार्न बन चुके है, इनमें से प्रत्येक में कम-से-कम एक महिला निदेशक है। भारत के यूनिकार्न बिलियन डॉलर कमाने में भी विश्व में तीसरे स्थान पर हैं। देश के युवाओं ने इतने पेटेंट कराए कि भारत तीनों प्रमुख बौद्धिक संपदा अधिकारों-पेटेंट, ट्रेडमार्क और औद्योगिक डिजाइनों के लिए विश्व के टॉप-10 देशों में शामिल हो गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत के सर्वांगीण विकास की जादुई गति, देश के नौजवानों की ऊर्जा का ही पुण्य-प्रताप है। स्वामी विवेकानंद के देश के युवाओं ने न सिर्फ सपने देखे, बल्कि अपने सपनों को देश की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं से जोड़ा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की युवा शक्ति भी भविष्य के स्वर्णिम भारत को गढ़ने के इस पावन अभियान में कंधे से कंधा मिला कर आगे बढ़ रही है। स्वच्छ भारत अभियान में प्रदेश के युवाओं के भावानात्मक जुड़ाव और ऊर्जस्वी नेतृत्व के कारण ही मध्यप्रदेश आज देश का सबसे स्वच्छ एवं हरा भरा राज्य है। हम युवाओं की सामर्थ्य के बल पर ही प्रदेश में ‘Ease of Doing Business’ और ‘Ease of living’ का इंड्स्ट्री-फ्रैंडली वातावरण निर्मित कर पा रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार भी युवाओं के सपनों को पंख देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

 

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