ISIS के नए टेरर मॉडल से खलबली,अब रूस-ईरान ने किया ब्रिटेन की नाक में दम

लंदन
ब्रिटिश सैन्य खुफिया एजेंसी MI5 ने चेतावनी जारी की है कि रूस और ईरान मिलकर यूरोप समेत ब्रिटेन में अराजकता पैदा करने की कोशिशों में जुटे हैं। MI5 एजेंसी के महानिदेशक केन मैक्कलम ने मंगलवार को कहा कि रूस की सैन्य खुफिया एजेंसी GRU ब्रिटेन समेत यूरोप की सड़कों पर अराजकता पैदा करने के अपने मिशन पर निरंतर आगे बढ़ती जा रही है और इस मिशन के तहत आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसा की अन्य घटनाओं को बढ़ावा दे रही है। केन मैक्कलम ने ये भी कहा है कि ईरान और रूस अब कुख्यात आतंकी संगठन ISIS और अलकायदा की मदद से आतंकवाद के बदलते स्वरूप का इस्तेमाल ब्रिटेन के खिलाफ करने लगे हैं और इसके तहत बच्चों और किशोरों को इंटरनेट के जरिए निशाना बनाया जा रहा है।

MI5 की हालिया जांचों में से एक तिहाई से अधिक में ISIS और अलकायदा समेत अन्य विदेशी आतंकवादी समूहों से संबंधित जांच शामिल है। CNN की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एजेंसी के महानिदेशक केन मैक्कलम ने लंदन में एक भाषण में कहा, "ISIS ने आतंकवादी घटनाओं को फिर से अंजाम देना शुरू कर दिया है और ऐसे आतंकवादी घटनाओं में शामिल होने वाले आठ में से एक से ज्यादा लोग नाबालिग हैं।" मैक्कलम ने कहा कि यह 2021 के बाद से तीन गुना ज्यादा है।

मैक्कलम का यह बयान रूस और ईरान द्वारा पोषित और प्रायोजित आतंक की घटनाओं के बढ़ते जोखिम, यूक्रेन-रूस युद्ध और मध्य पूर्व में कई मोर्चों पर छिड़े युद्धों के कारण वैश्विक सुरक्षा को प्रभावित करने के बारे में पश्चिमी देशों की चेतावनियों के बीच आया है। हालांकि, उन्होंने कहा, "हम इस जोखिम के प्रति पूरी तरह से सचेत हैं कि मध्य पूर्व में होने वाली घटनाएँ सीधे तौर पर ब्रिटेन में आतंकवादी कार्रवाई को बढ़ावा दे सकती हैं।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि पिछले एक-दो सालों में जब से यूक्रेन-रूस युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध छिड़ा है, तब से सार्वजनिक घृणा अपराध में वृद्धि हुई है, लेकिन वह अभी तक आतंकवादी गतिविधि में तब्दील नहीं हुआ है।

मैक्कलम ने संवाददाताओं को बताया कि ब्रिटिश एजेंसी का लगभग तीन-चौथाई काम इस्लामवादी चरमपंथ से निपटना रह गया है, जबकि एक चौथाई काम दूर-दराज के समूहों से संबंधित हैं। उन्होंने ये भी बताया कि MI5 और ब्रिटिश पुलिस ने 2022 की शुरुआत से अब तक ईरान समर्थित 20 आतंकी साजिशों को बेनकाब और नाकाम किया है। उन्होंने बताया कि ऐसी आतंकी साजिशों की वजह से ही पूरे यूरोप से यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से करीब 750 रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया जा चुका है।

Related Articles

Back to top button